इटली और स्पेन मे कहर बरपाने के बाद कोरोना वायरस अब अमेरिका में विनाशक बन गया है। अमेरिका में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस की चपेट में आकर 345 लोगों की मौत हो गई है, जबकि यहां 18,000 नये मामले सामने आए हैं। इस लिहाज से अमेरिका में हर मिनट में लगभग 13 कोरोना के नये मरीज सामने आ रहे हैं। इसी के साथ अमेरिका में कोरोना से संक्रमित कुल मरीजों की संख्या 1,00,000 पार कर गई है। इसी के साथ ही अमेरिका ने कोरोना केस के मामले में चीन, इटली और स्पेन को पीछे छोड़ दिया है। वह की एक समाचार एजेंसी ने जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के हवाले से कहा कि अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 18000 कोरोना वायरस के नये मामलों की पुष्टि हुई है। जबकि यहां 345 लोगों की मौत 24 घंटे में हुई है। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी का ही ट्रैकर बताता है कि अमेरिका में अब दुनिया के सबसे ज्यादा ज्ञात कोरोना वायरस के मरीज हैं। इस ट्रैकर के मुताबिक अमेरिका में ताजा आंकड़ों के मुताबिक 1,04,007 कोरोना के मरीज हैं। जबकि यहां अबतक 1693 लोगों की मौत हो चुकी है। इन आंकड़ों के साथ ही अमेरिका अब कोरोना से प्रभावित दुनिया का सबसे बड़ा देश है। अमेरिका में अब इटली से 15000 और चीन से 20000 हजार ज्यादा मामले हैं। हालांकि इटली के मुकाबले अमेरिका में मृत्यु दर कम है। अमेरिका का कभी न सोने वाला शहर न्यूयॉर्क इन दिनों कोरोना का केंद्र बन गया है। यहां पर कोरोना के सबसे ज्यादा केस हैं। एक आंकड़े के मुताबिक अमेरिका के आधे से ज्यादा कोरोना पेशेंट न्यूयॉर्क में हैं। न्यूयॉर्क में अबतक 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।