लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), उत्तर प्रदेश राज्य सचिव मण्डल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना से लड़ने के नाम पर घोषित जनता कर्फ्यूू को सरकारी कर्फ्यू में बदल दिया गया। अधिकांश जिलों में पुलिस ने लोगों को जबरन घरों में रहने के लिए मजबूर किया और दुकानें बंद करवायी। यहां तक कि दवा और दूध जैसी अति आवश्यक सामग्री को भी लेने नहीं दिया गया और ना ही सरकार की तरफ से इसकी कोई व्यवस्था की गई। कई शहरों में दूध की गाड़ियां नहीं पहुंची जिससे बच्चे दूध के लिए तरस गए और
लखनऊ-प्रदेश में जनता कर्फ्यू नहीं बल्कि सरकारी कर्फ्यू रहा- सीपीआईएम