लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), उत्तर प्रदेश राज्य सचिव मण्डल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना से लड़ने के नाम पर घोषित जनता कर्फ्यूू को सरकारी कर्फ्यू में बदल दिया गया। अधिकांश जिलों में पुलिस ने लोगों को जबरन घरों में रहने के लिए मजबूर किया और दुकानें बंद करवायी। यहां तक कि दवा और दूध जैसी अति आवश्यक सामग्री को भी लेने नहीं दिया गया और ना ही सरकार की तरफ से इसकी कोई व्यवस्था की गई। कई शहरों में दूध की गाड़ियां नहीं पहुंची जिससे बच्चे दूध के लिए तरस गए और
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।