लखनऊ। कोरोनावायरस संकट को बढ़ते देख उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन अब 27 मार्च तक बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये घोषणा की है। इससे पहले राज्य में 25 मार्च तक लॉकडाउन करने के आदेश थे। कोरानावायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने पूरे राज्य को 27 मार्च तक लॉकडाउन करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को जनता से अपील करते हुए कहा कि लॉकडाउन से जरूरी सुविधाएं बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होंगी। उन्होंने कहा, वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पूरे उत्तरप्रदेश को 27 मार्च तक लॉकडाउन किया गया है। उन्होंने सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से अपील की है कि वे इस लॉकडाउन का समर्थन करें, क्योंकि यही सुरक्षा का एकमात्र विकल्प है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, प्रदेश के हित में यह कदम उठाए जा रहे हैं। कर्फ्यू लगाया जाए या नहीं, ये जिलाधिकारी(डीएम) तय करें। कोरोनावायरस के मद्देनजर सरकारी कर्मी तीन शिफ्ट में काम करेंगे। सरकारी कर्मियों की आधी संख्या कर दी गई है। आधे कर्मियों को कार्यालय जाने की इजाजत होगी। उन्हें अपना पहचान पत्र रखना होगा। एक समय में दो से ज्यादा लोग एक जगह पर नहीं खड़े होंगे। दवा की दुकानें खुली रहेंगी। सभी औद्योगिक, व्यापारिक व निजी या सार्वजनिक क्षेत्र के हों, विद्यालय हों, इनमें कार्यरत श्रमिकों को छुट्टी रहेगी। उनका वेतन नहीं कटेगा। आदित्यनाथ ने आगे कहा, घबराहट पैदा करने की आवश्यकता नहीं है। नया मास्क के अनावश्यक उपयोग से बचें, हर किसी को मास्क की आवश्यकता नहीं है। अनावश्यक मास्क का उपयोग करके, हम तनाव बढ़ा रहे हैं। कल कोरोनावायरस के रोगियों के लिए कुछ एंटी-मलेरिया दवाओं को निर्धारित किया गया था, लेकिन मुझे पता चला है कि अचानक यह दवा बाजार से गायब है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस महामारी से बचने के लिए हर तरह की फेक न्यूज से सावधान रहें। किसी भी जानकारी के लिए मुख्यमंत्री हेलपलाइन नंबर से संपर्क कर सकते हैं।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।