कोरोना सर्वनाश के लिए जनता कर्फ्यू की बड़ी सफलता देश के लिए राहत की बात है। आम हिंदुस्तानी ने एकजुट होकर जाति एवं धर्म के दीवारों को तोड़ डाला है। जो इस बात का परिचायक है कि देशवासी कोरोना के विरुद्ध हर संघर्ष को तैयार हैं। यही नहीं इसके साथ ही हर मुद्दे पर राजनीति करने वाले कई नेताओं को भी हिंदुस्तानियों ने उनकी औकात याद दिला दी है। कोरोना वायरस को लेकर जिस तरह से केंद्र सरकार प्रारंभ से ही गंभीर नजर आ रही थी उसकी गंभीरता के मायने अब प्रतिलक्षित होते दिख रहे हैं। कोरोना महामारी ने भारत देश में तेजी पकड़ी है! ऐसे में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू ने उस पर संभवत काफी रोक लगा डाली है? रविवार की शाम तक लगभग 341 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हो चुकी थी। यही नहीं इससे होने वाली मौतों की संख्या भी 6 पहुंच चुकी थी। जिस प्रकार से कोरोना अब अपना असली रूप दिखाता नजर आ रहा है उससे अब उसी तेजी से निपटना जरूरी हो गया है?
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।