कोरोना वायरस पर रोकथाम लगाने के लिए कटड़ा से वैष्णो देवी यात्रा ट्रैक और पूरे श्राइन क्षेत्र में सैनेटाइज प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। देशभर में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए गत 18 मार्च से वैष्णो देवी यात्रा को रोक दिया गया था। राजभवन में शुक्रवार को श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की 66वीं बैठक में बोर्ड के चेयरमैन व उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने कई दिशा निर्देश जारी किए। उन्होंने यात्रियों की सहूलियत के लिए विकसित की गई यात्रा सुविधाओं के लिए बोर्ड सदस्यों के प्रयासों को सराहा। बैठक में बताया गया कि कोरोना वायरस को देखते हुए एहतियात और बचाव के तौर पर सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं। इसमें कटड़ा से भवन ट्रैक तक होर्डिंग लगाने, यात्रियों को पैंपलेट देने, यात्रा पंजीकरण केंद्र, जांच और पंजीकरण केंद्र, हैलिपेड टर्मिनल व अन्य आवासीय परिसरों में यात्रियों के लिए स्वयं यात्रा जानकारी फॉर्म उपलब्ध करवाना, बाणगंगा, ताराकोट और कटड़ा हैलिपेड के यात्रा एंट्री प्वाइंट पर थर्मल इमेज स्कैनिंग, ट्रैक पर नियमित सप्रे, मास्क, हैंड सैनेटाइजर उपलब्ध करवाना रहा। बैठक में यात्रा ट्रैक पर पहाड़ों से गिरते पत्थरों को रोकने के लिए 9 करोड़ रुपये के दो प्रस्ताव बनाए गए हैं। सांझीछत में शुरू की गई प्रसाद सेवा की समीक्षा की गई। बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने श्राइन बोर्ड की ओर से चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। बैठक में एचएच श्री श्री रवि शंकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।