उरई जलौन। निर्माणाधीन ओवरब्रिज के चलते कानपुर-झांसी हाईवे पर लगने वाला जाम अब जानलेवा होता जा रहा है। शनिवार दोपहर कालपी और जोल्हूपुर मोड़ के बीच जाम में करीब डेढ़ घंटे तक फंसी एंबुलेंस में मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने बाहर निकलकर जब चीखना चिल्लाना शुरू किया तो राहगीरों और आसपास के दुकानदारों ने किसी तरह रास्ता बनाकर एंबुलेंस को उरई लौटाया। बता दें कि कालपी के पास हाईवे पर बन रहे ओवरब्रिज के कारण करीब दो माह से रोजाना ही भीषण जाम की स्थिति बनी रहती है। जिस कारण कानपुर और झांसी की ओर आने जाने वालों को घंटों जाम का शिकार होना पड़ता है। शनिवार को भी यही स्थिति रही। सुबह से हाईवे की दोनों लेन पर ट्रकों व बसों की कतारें रेंग रही थी। इसी बीच दोपहर करीब तीन बजे के आसपास जोल्हूपुर मोड़ व चैरासी गुंबद के मध्य एक प्राइवेट एंबुलेंस जाम में फंस गई। जिसमें उरई के निकट सड़क हादसे में घायल हुए इजहार अली (42) निवासी राजपुर परिजनों के े साथ थे। उन्हें गंभीर हालत में उरई जिला अस्पताल से कानपुर रेफर किया गया था। करीब साढ़े चार बजे तक घायल की एंबुलेंस डेढ़ दो किमी. ही कालपी की ओर बढ़ पाई थी कि तभी इजहार ने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया। उसे मृत देखकर परिजन रोते बिलखते हुए एंबुलेंस से बाहर निकल आए। परिजनों का चीखना चिल्लाना देख आसपास के राहगीर और दुकानदार भी सहम गए। आनन फानन में पीछे के वाहनों को हटवाकर जैसे तैसे एंबुलेंस भर की जगह बनाई गई और उसे मदारीपुर रोड से मंगरौल होते हुए वापस उरई भेजा गया। हाईवे के दुकानदारों ने बताया कि गुरुवार रात से ही हाईवे पर जाम की स्थिति बनी हुई थी। इस संदर्भ में एसडीएम कौशल कुमार का कहना है कि एंबुलेंस जाम में फंसी थी, यह पुलिस को देखना चाहिए था और हाईवे के दूसरी ओर से उसे निकलवाने का प्रयास करना था। वे स्वयं पूरा मामला पता कराकर उचित कार्रवाई करेंगे। वहीं उरई पुलिस ने मामले की जानकारी से इंकार किया है।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।