उरई/ जलौन। कोरोना जैसी घातक बीमारी को लेकर शासन प्रशासन सतर्क हो गया है। बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। इसी को लेकर माधौगढ़ एवं एट क्षेत्र में दो लोगों की आने की सूचना पर प्रशासन ने उनकी जांच कराई पर उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं मिले। इस पर उन्हें घर भेज दिया गया। माधौगढ़ क्षेत्र के डिकौली माधौगढ़ में केंद्र शासित प्रदेश दमन द्वीप से लौटे तीन भाइयों की जांच स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की। डिकौली निवासी विनोद, कीरत व धरमजीत पुत्र रघुवीर कुशवाहा, पत्नी पुष्पा, रीना व मां माया देवी के साथ बीस सालों से केंद्र शासित प्रदेश दमन द्वीप में पानी पूरी का धंधा करते है। 17 मार्च को तीनों भाई गांव लौटे तो छोटे भाई विनोद (32) ने भगंदर का आपरेशन करवाया। भाई धरमजीत के बार बार अस्पताल ले जाने से गांव में कोरोना को लेकर हो हल्ला हो गया। इस पर चिकित्सा अधीक्षक डा. विनोद राजपूत, फार्मासिस्ट ललित मोहन के साथ गांव पहुंचे। विनोद की जांच की। डा. विनोद ने बताया कि आपरेशन कराने से कमजोर है, पीलिया की शिकायत है, दवा दे दी गई है। कोरोना के कोई लक्षण नहीं मिले है। इसी तरह दुबई से लौटे एट थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति की जिला अस्पताल में जांच कराई गई, उसमें भी कोई लक्षण नहीं मिले है। संचारी रोग के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डा. सत्यप्रकाश ने बताया कि जांच कराई गई थी लेकिन व्यक्ति में किसी तरह के कोई लक्षण नहीं मिले है। लिहाजा उसे घर भेज दिया गया है।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।