बांदा। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) की तीन सदस्यीय टीम ने वर्ष 2020-21 में पांचवें सत्र की मान्यता के लिए राजकीय मेडिकल कालेज का निरीक्षण किया। फैकल्टी समेत खाली पदों को भरने के निर्देश दिए। अन्य खामियां पूरी हो जाने पर टीम सदस्यों ने संतोष जताया। प्रधानाचार्य ने इस वर्ष मान्यता मिलने की उम्मीद जताई है। यह भी बताया कि लोक सेवा आयोग स्तर से डाक्टरों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। एमसीआई टीम के नोडल अधिकारी डा.देवेंद्र लेसराम (मणिपुर) सहित डा.डी वासवाड़ा (जामनगर, गुजरात) और डा.राजेश गौड़ (दतिया, एमपी) ने दो दिन पूर्व मेडिकल कालेज का निरीक्षण किया। ओपीडी और आईपीडी में मरीजों की संख्या की जानकारी ली। विभागवार डाक्टरों की उपस्थिति भी देखी। इसके अलावा अल्ट्रा साउंड, एक्स-रे आदि उपकरणों के संचालन का निरीक्षण किया। फैकल्टी, नर्सिंग स्टाफ और रेजीडेंट डाक्टर (सीनियर) के कई पद खाली होने पर अंसतोष जताया। स्टाफ नियुक्ति की प्रक्रिया के बारे में पूछा। सीनियर रेजीडेंट के आठ नए पद सृजित कर उन्हें भरने के निर्देश दिए। प्रधानाचार्य ने भरोसा दिलाया कि खामियां शीघ्र दूर की जाएंगी। प्रधानाचार्य डा.मुकेश यादव ने बताया कि फैकल्टी और सीनियर रेजीडेंट डाक्टर के कई पद सृजित नहीं हैं। इसके प्रयास किए जा रहे हैं। बताया कि लोक सेवा आयोग द्वारा भर्ती प्रक्रिया की जा रही है। शीघ्र नए डाक्टर मिलने की उम्मीद है। अन्य खाली पदों पर भी 31 मार्च तक भर्ती हो सकती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मेडिकल कालेज को पांचवें सत्र में प्रवेश की मान्यता 31 मई तक मिल सकती है। हालांकि इसके पूर्व एक बार और एमसीआई टीम निरीक्षण में आएगी।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।