(जी.एन.एस) ता. 29
नई दिल्ली
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोनावायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस मामले का समाधान यदि तीन सप्ताह में नहीं हुआ तो यह एक चुनौती होगी। सीतारमण ने बताया कि औषधि, इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र ने चीन से कच्चा माल विमान से मंगाने का सुझाव दिया है। सरकार इस पर विचार करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार एक विकास वित्त संस्थान को लेकर काम कर रही है।उद्योग जगत ने कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र पर पड़ रहे असर के जल्दी दूर होने की शुक्रवार को उम्मीद जाहिर की। उद्योग जगत ने इस संकट की स्थिति में चीन के साथ खड़े होने की प्रतिबद्धता भी जाहिर की है। चीन के ब्रांडों को भारत में विपणन का एकीकृत मंच प्रदान करने वाले संगठन किरिन क्रेयन्स ने शुक्रवार को आयोजित एक परिचर्चा में यह उम्मीद जाहिर की।
भारत में मोबाइल विनिर्माण, औषधि, आटोमोबाइल के कलपुर्जे, इलेक्ट्रिक और टिकाऊ उपभोक्ता सामानों सहित कई उद्योग चीन से आने वाले कच्चे माल पर निर्भर हैं। चीनी अध्ययन के प्रोफेसर श्रीकांत कोंडापल्ली ने इस अवसर पर कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि गर्मी बढ़ने के साथ कोरोनावायरस में कमी आएगी। चीन में इस समय तापमान करीब 15 डिग्री के आसपास है। आने वाले दिनों में इसके बढ़ने पर विषाणु में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के देशों में इस विषाणु के इलाज को लेकर गतिविधियां बढ़ी हैं। सहायता भी पहुंच रही है। हालांकि, इसकी दवा अभी तक विकसित नहीं हुई है। किरिन क्रेयन्स संगठन ने कहा कि उसने अंतरराष्ट्रीय व्यापार संघ के साथ मिलकर यहां वी स्टैंड विद चाइना परिचर्चा का आयोजन किया। इसमें भारत में मौजूद चीन के कई ब्रांडों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
किरिन क्रेयन्स के सह-संस्थापक तथा दी क्रेयन्स नेटवर्क के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कुणाल ललानी ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण दोनों देशों के बीच होने वाला 87 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार खतरे में आ गया है। उन्होंने कहा कि हम इस संकट से निपटने के लिए तैयार हैं और इस परिस्थिति में चीन के लोगों, कारोबारियों तथा ब्रांडों के साथ खड़े हैं। किरिन क्रेयन्स के सह-संस्थापक और वीवो इंडिया के पूर्व मुख्य विपणन अधिकारी विवेक झांग ने वॉयसकॉल के माध्यम से कोरोना वायरस के असर की जमीनी हकीकतों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अधिकांश चीनी कंपनियों ने इस सप्ताह परिचालन शुरू कर दिया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के प्रमुख ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर अप्रैल के अंत तक काबू पा लेने का भरोसा दिया है।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।