राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री बसंत प्रताप सिंह ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में आम निर्वाचन के लिए तैयार की जाने वाली फोटो युक्त मतदाता सूची से संबंधित जिलों के अधिकारियों के प्रशिक्षण में कहा कि सही मतदाता सूची ही शुद्ध चुनाव का आधार है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सिंह ने कहा कि मतदाता सूची बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि एक भी पात्र मतदाता का नाम इसमें नहीं छूटे। उन्होंने कहा कि इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी करें, जिससे मतदाता नाम जुड़वा सकें। श्री सिंह ने कहा कि जिले में आपको मास्टर ट्रेनर के रूप में कार्य करना है। अत: सभी शंकाओं का समाधान कर लें। उन्होंने कहा कि एक मतदाता का नाम एक ही जगह होना चाहिए।
सचिव राज्य निर्वाचन आयोग श्री दुर्ग विजय सिंह ने कहा कि कंट्रोल टेबल वेरीफिकेशन की मानीटरिंग रजिस्ट्रीकरण अधिकारी स्वयं करें। यह गलत होगी, तो पूरी प्रक्रिया दूषित हो जायेगी। उन्होंने डेश बोर्ड और ई.आर.एम.एस. के बारे में भी जानकारी दी।
उप सचिव श्री अरूण परमार ने प्रशिक्षण के उद्देश्यों की जानकारी दी। उप सचिव श्री सुतेश शाक्या और मास्टर टूनर्स श्री चंद्रशेखर श्रीवास्तव और श्री दीपक पाण्डेय ने फोटोयुक्त मतदाता सूची पुनरीक्षण संबंधी प्रक्रिया की जानकारी दी।
मंगलवार को भोपाल, उज्जैन, नर्मदापुरम और चंबल संभाग के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। बुधवार को इंदौर, सागर, ग्वालियर और गुरूवार को जबलपुर, रीवा और शहड़ोल संभाग के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।
इस दौरान आयोग की ओ.एस.डी.श्रीमती सुनीता त्रिपाठी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।