(जी.एन.एस) ता. 28
भुवनेश्वर
ओडिशा में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जापान सहयोग करेगा। इस्पात एवं आनुषंगिक उद्योग के क्षेत्र में पूंजी निवेश करेगा। लोकसेवा भवन में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्र मंत्री धर्मेंद्र प्रधान तथा जापान के राष्ट्रदूत संतोषी सुजुकी के बीच हुई चर्चा से यह बात सामने आई है। मेक इन ओड़िशा वर्ष 2020 के लिए यह चर्चा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। दिल्ली में पोस्को सीएमडी के साथ चर्चा के 24 घंटे के अंदर ओडिशा में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में जापान प्रतिनिधि दल के साथ धर्मेंद्र प्रधान की चर्चा राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है। गुरुवार शाम को इस त्रिपाक्षिक चर्चा के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा है कि देश में ओडिशा सबसे अधिक इस्पात उत्पादन करने वाला राज्य है। ओडिशा में इस्पात आधारित कारखाना लगाने के लिए पर्याप्त अवसर हैं। हमारी सरकार भी इस क्षेत्र में पूंजी निवेश के लिए विशेष महत्व दे रही है। इसके अलावा ऑटोमोबाइल, खाद्य प्रक्रियाकरण, केमिकल तथा पेट्रोकेमिकल के क्षेत्र में अधिक पूंजी निवेश के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जापानी प्रतिनिधि दल को प्रस्ताव दिया है।
मुख्यमंत्री ने जापानी प्रतिनिधि दल को भुवनेश्वर तटीय क्षेत्र में जापान उद्योग कारिडोर बनाने का भी प्रस्ताव दिया है। राज्य सरकार इसके लिए सभी प्रकार की सुविधा एवं सहयोग मुहैया करेगी। मेक इन ओडिशा 2020 में जापान को सहयोगी बनने के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जापानी राष्ट्रदूत सुजुकी से अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि इससे आपसी संपर्क बढ़ेगा और आगामी दिनों में ओड़िशा में अधिक उद्योग लगाने के लिए अवसर उत्पन्न होगा। इस बैठक के बाद केंद्र मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आर्सेलर मित्तल प्लांट में निपन स्टील बड़ा सहयोगी बना है। इसके साथ ही जापान की इस्पात कंपनी जेएफई जेएसडब्ल्यू के साथ सहभागी बनी है। ओडिशा के इस्पात उद्योग में जापान की दो बड़े इस्पात कंपनी जेएफई एवं निपन बड़ी मात्रा में पूंजी निवेश करेगी। प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्वोदय मिशन में जापान को एक सहयोगी राष्ट्र बनाना हमारा लक्ष्य है।
इसके साथ ही इस मिशन में ओडिशा के कलिंग नगर का विकास किया जा सकता है। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की मदद से कलिंग नगर को विश्व उद्योग का केंद्र स्थल बनाना हमारा लक्ष्य है। प्रधान ने कहा कि केंद्र सरकार ने आगामी दिनों में देश में इस्पात उत्पादन को 140 से न्यूत से 300 न्यूत टन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इस्पात उत्पादन में जो वृद्धि होगी उसमें ओड़िशा का बहुत बड़ा योगदान होगा। इस्पात संबंधित उद्योग का संप्रसारण होने पर ओड़िशा राज्य का राजस्व भी बढ़ेगा। इसके लिए जापान को सहयोगी सहभागी बनाना हमारा मूल उद्देश्य है।
केंद्र मंत्री ने कहा कि आज की चर्चा से राज्य की बेरोजगारी समस्या भी कम करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा ओडिशा में पर्यटन उद्योग विकास के लिए प्रचुर संभावना है और इससे इस क्षेत्र में पूंजी निवेश के भी अवसर मिलेंगे। जापान के राष्ट्रदूत संतोषी सुजुकी ने कहा कि ओडिशा में वृहत इस्पात कारखाना बनाने के लिए राज्य सरकार ने सभी प्रकार की सुविधा देने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री के इस प्रस्ताव पर हम जापान की बड़ी कंपनियों के साथ चर्चा करेंगे। इस्पात उद्योग के अलावा ओडिशा में पर्यटन के क्षेत्र में प्रचुर संभावना है। पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए जापान सरकार भी आग्रही है। दोनों सरकार के सहयोग से इस क्षेत्र में भी पूंजी निवेश हो सकता है। इस उच्चस्तरीय बैठक में राज्य सरकार के मंत्री प्रफुल्ल मलिक के साथ केंद्र एवं राज्य सरकार के इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।