सिरोंज । प्रदेष की कमलनाथ सरकार के निर्देषों के बाद भू माफियों पर धीरे धीरे लगाम कसी जा रही है । मगर परिवहन माफिया भी अरसे से सक्रिय है किंतु उन पर परिवहन विभाग किसी तरह का अंकुष लगाने में पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है । क्षेत्र में विभिन्न मार्गो पर कई यात्री बसे ऐसे चलती रही है जिन्हे परिवहन विभाग सरेंडर बताया जाता है यानी कि उन्हे खडी बताकर मार्ग पर चलाई जाती है । इससे तमाम जरूरी टेक्स जमा नही करने पडते । गौरतलब हो कि विभाग से किसी यात्री बस का एक परमिट जारी करवाया जाता है जबकि मार्ग पर चार या पॉच बसे चोरी छूपे चलाई जाती है । प्रषासन द्धारा बसों के नंबर की जो प्लेट लगाई थी वह भी कई बस वालों नें निकालकर रेडियम की नंबर प्लेट लगा रखी है जिन्हे किसी कारण से पकडे जाने पर नंबर प्लेट में कुछ ही देर में आसानी से हेरफेर किया जा सकता है । मगर विभाग द्धारा कोई जांच पडताल या चेकिंग नही होने से विभागीय सांठगांठ के चलते परिवहन माफिया लगातार सक्रिय है ।परिवहन माफिया द्धारा कई बसे नियमों को ताक में रखकर संचालित की जा रही है भोपाल रोड पर चलने वाली बसों पर यात्री ज्यादा बैठाने की ललक में बीच में एक ब्रेंच लगा ली जाती है उस पर भी यात्री बैठकर यात्रा कर रहे है मगर परिवहन विभाग के जिम्मेदारों की नींद ही नही खुल रही है जिससे के कोई जांच कर कार्यावाही कर सके मगर कार्यावाही कैसे करे सहाब लोगो की सांठगांठ से तो सारा खेल चल रहा है । देखने में आता है कि बसों के अंदर किराया सूची चसपा होनी चाहिए जिससे यात्रा करने वाले यात्रियों को पता लग सके िकइस बस में कितना किराया लग रहा है मगर बसों के अंदर किराया सूची भी चसपा नही है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि परिवहन माफिया कितने सक्रिय है और विभाग द्धारा कोई अहम कदम भी नही उठाया जा रहा है ।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।