गुना। मध्यप्रदेश की राजनीति में सोमवार को एक नया अध्याय देखने को मिल सकता है। मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच चल रहे शीत युद्ध की चर्चा तो पूरे प्रदेश में है वहीं सोमवार को गुना में धुर-विरोधी माने जाने वाले दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच मुलाकात होने वाली है। सियासी गलियारों में इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
राज्यसभा चुनाव भी इसकी एक अहम वजह माना जा रहा है। इस बार कांग्रेस को प्रदेश से दो सीटें मिलने की उम्मीद है। दोनों नेताओं के बीच गुना के सर्किट हाउस में चर्चा होगी। सिंह का जो कार्यक्रम जारी हुआ है, उसके मुताबिक दोनों लगभग 45 मिनट एक दूसरे के साथ रहेंगे। गुना में दोनों लगभग छह साल बाद मिल रहे हैं। यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब सिंधिया कमलनाथ सरकार के खिलाफ खुलकर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं और सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने की चेतावनी दे चुके हैं। यहां तक कि पोस्टर के माध्यम से अलग पार्टी बनाए जाने की मांग भी उठने लगी है। सिंधिया के दौरा कार्यक्रम में इस मुलाकात का जिक्र नहीं था। शनिवार को जारी हुए दिग्विजय के दौरा कार्यक्रम में इसे शामिल किया गया। इसके मुताबिक वे 24 फरवरी को दोपहर करीब एक बजे सिंधिया से मिलेंगे। इसके बाद दोपहर दो बजे वे इंदौर के लिए रवाना हो जाएंगे। वहीं, सिंधिया भी करीब आठ महीने बाद गुना आ रहे हैं। इस दौरान चार बार उनका दौरा कार्यक्रम बना और रद्द हुआ है। सोमवार को को गुना में कांग्रेस के कई दिग्गज रहेंगे। सिंधिया के साथ प्रदेश के पांच मंत्री भी मौजूद रहेंगे। इनमें श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी, परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत और महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी शामिल हैं।