(जी.एन.एस) ता. 28
मुंबई
देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में बड़ी गिरावट देखी गई और सेंसेक्स 1,460.69 अंक से अधिक तथा निफ्टी 11300 अंक से ज्यादा नीचे आ गये। सप्ताह के अंतिम दिन के कारोबार के शुरुआत में सेंसेक्स वीरवार के 39745.66 अंक की तुलना में 39087.47 अंक पर खुला और बिकवाली के दबाव में घटकर 38661.81 तक लुढ़क गया। फिलहाल सेंसेक्स करीब 950 अंक नीचे 38801 अंक पर है। निफ्टी भी चौतरफा बिकवाली के दबाव में 300 से अधिक अंक टूटा और फिलहाल 11343 अंक पर 290 अंक नीचे है।
दिग्गज शेयरों की बात करें, तो आज सभी कंपनियों के शेयर लाल निशान पर खुले। शीर्ष नौ गिरावट वाले शेयरों में टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, यस बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, वेदांता लिमिटेड, टाटा स्टील, गेल, इंफ्राटोल और ओएनजीसी शामिल हैं। सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर डालें, तो आज सभी सेक्टर्स लाल निशान पर खुले। इनमें पीएसयू बैंक, आईटी, फार्मा, प्राइवेट बैंक, ऑटो, रियल्टी, मीडिया, एफएमसीजी और मेटल शामिल हैं।
वीरवार को भी सेंसेक्स 143 अंक की गिरावट के साथ 39,745.66 पर बंद हुआ. लगातार पांचवें दिन बाजार लाल निशान में बंद हुआ था। यानी इस पूरे हफ्ते शेयर बाजार में गिरावट रही। दूसरी तरफ, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 45 अंक की गिरावट के साथ 11,633.30 पर बंद हुआ था। कोरोना वायरस को लेकर निवेशकों की चिंता बढ़ी है। वे सोना और बांड जैसे सुरक्षित विकल्पों का रुख कर रहे हैं। चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर, 2019 की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत पर स्थिर रहने का अनुमान लगाया गया है। इससे भी धारणा प्रभावित हुई। सरकार दिसंबर तिमाही के जीडीपी आंकड़े शुक्रवार को जारी करेगा। कारोबारियों ने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की जोरदार बिकवाली से भी खुदरा निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।