भोपाल। साने गुरुजी लिखित प्रार्थना " दुनिया को एक ही सही धर्म प्रेम का दिया जाय ..." के भावार्थ को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने प्रसिद्द व्यवसायी और समाज सेवक रिजवान अडातिया के जीवन पर आधारित फिल्म 'रिजवान ' आगामी 28 फरवरी को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होने जा रही है। ऑटोग्राफ इंटरटेनमेंट और रिजवान अडातिया प्राेडक्शन द्वारा निर्मित इस फिल्म का निर्देशन हरेश व्यास ने किया है। सत्य कथा पर आधारित यह बहुप्रतीक्षित फिल्म सिद्धांतों पर चलने वाले एक व्यक्ति के जीवन चरित्र को दर्शाएगी। हर वर्ग के लोगों के लिए यह फिल्म प्रेरणादायी होगी। इस फिल्म में विक्रम मेहता ,केयूरी शाह ,भार्गव ठाकर ,जल्पा भट्ट ,गौरव चंसोरिया ,दिगीषा गज्जर ,सोनू मिश्रा ,सागर मसरानी ,हितेश रावल ,चिराग कटरेचा ने प्रमुख भूमिका निभाईं हैं।
फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में अपने काम के दम पर अनेक सफलताएं हांसिल करने वाले फिल्म के निर्देशक हरेश व्यास ,इस फिल्म को एक विशेष प्रयोग मानते हैं। वे कहते हैं "रिजवान को सिनेमा के पर्दे पर उतारना एक स्वप्न था जो अब हकीकत बनने जा रहा है और इस बात का हमें गर्व भी है और खुशी भी की हमारी मेहनत सफल हुई। हकीकत पर आधारित इस सिनेमा को हमने पूरा न्याय देने की कोशिश की है। यह एक बड़ा चुनौती पूर्ण कार्य था लेकिन हमने उसे पूरा किया। किसी व्यक्ति की जीवन यात्रा को एक सिनेमा का रूप देना निश्चित ही कठिन काम होता है। ऐसे में उसे वास्तविकता पर आधारित रखना और दर्शकों का मनोरंजन कराना ,वाकई में बड़ी चुनौती होती है। इस काम को पूरा करने में सभी कलाकारों ने कड़ी मेहनत की है। इस फिल्म में अडातिया का किरदार निभाने वाले अभिनेता विक्रम मेहता कहते हैं , “मुझे रिजवान अडातिया जो इस फिल्म के मुख्य किरदार है उस के लिए चुना गया ,यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है। निर्देशक हरेश व्यास के मन में बैठे हुए कलाकार को साकार करने के लिए मैंने जो ऑडिशन दी थी वह आसान नहीं थी। इस भूमिका को निभाने के लिए मैंने पहले रिजवान अडातिया के बारे में बहुत सी जानकारियां हांसिल की। उनके बारे में करीब से जानने के लिए उनसे मुलाक़ात की ,उनके साथ कुछ समय बिताया। उनके स्वभाव ,बोलचाल के तरीके ,किसी समस्या को सुलझाने के उनके तरीके इन सभी बारीक से बारीक चीजों को मैंने इस फिल्म के लिए सीखा। इनकी वजह से मेरे अपने स्वयं के जीवन में भी काफी कुछ साकारात्मक बदलाव हुए हैं। इन सबकी वजह से मेरी मेहनत कितनी सफल हुई इस बात का निर्णय तो अब दर्शक ही करने वाले हैं। प्रसिद्द व्यवसायी और समाजसेवक रिजवान अडातिया की सफलता की कहानी देश के लोगों के जीवन को निश्चित ही प्रेरणा देने वाली है। वे कहते हैं कि 'मुझे इस बात की बहुत खुशी और अभिमान होगा कि वह किसी के लिए प्रेरणादायी साबित हो। बड़े सपनों को संजोये काम की तलाश में एक छोटे बच्चे जिसकी राह में अनेक अड़चने थीं ,ऐसी मेरी जीवन यात्रा वास्तव में आसान नहीं थी। मैंने जो सपने देखे थे उन्हें पूर्ण करना वाकई में आसान नहीं था। लेकिन एक बात मुझे पता थी और वह यह थी कि प्रयास छोड़कर हार मान लेने का विकल्प भी मेरे पास नहीं था। आज मेरे वे सारे प्रयास सिनेमा के रूप में देखकर मुझे अच्छे लग रहे हैं। इस फिल्म का संगीत भी एक जादुई अहसास कराता है।
“शुकर है व्याधि नथी” मुश्किलों पर मात कर जिंदगी में सकारात्मक रहते हुए कैसे जीयें यह बताने वाले इस थीम गीत को संगीतकार सोहेल सेन ने संगीतबद्ध किया है , गीतकार अनिल चवडा, भावेश भट्ट ने इसे शब्दबद्ध किया तथा प्रख्यात गायक अल्तामाश फरीदी ने इस को अपनी भावपूर्ण आवाज दी है . फिल्म में “आओ सबको सिखालाये” इस प्रेरणादायी गाने को प्रख्यात गायक उदित नारायण ने गाया है। इस गाने को सोहेल सेन ने संगीतबद्ध किया जबकि गीतकार अनिल चवडा, भावेश भट्ट ने इसे शब्दबद्ध किया है। फिल्म का विशेष आकर्षण “कनिम्माम्बो” नामक पुर्तगाली भाषा का गाना है। निर्देशक हरेश व्यास ने स्वयं इसे लिखा है तथा इसके लिए उन्होंने निल्जा की मदद ली। इस गाने का संगीत फ्रान्सिस्को फॉर्चुना ने दिया है जबकि इसे मॅरिओन ने गाया है।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।