एजीआर पर जारी विवाद के बीच भारती एयरटेल ने 8004 करोड़ की दूसरी किस्त जमा की है। इससे पहले कंपनी ने 10,000 करोड़ रुपए जमा किए था। टेलिकॉम डिपार्टमेंट के मुताबिक, एयरटेल पर कुल 35000 करोड़ रुपए का बकाया है। ऐसे में अब एयरटेल को 17000 करोड़ रुपए और चुकाने हैं।वोडाफोन ने भी 17 फरवरी को 2500 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। वोडाफोन आइडिया पर 53000 करोड़ का एजीआर बकाया है। एयरटेल की तरफ से जब पहली किस्त का भुगतान किया गया था, तब कंपनी ने कहा था कि वह सेल्फ असेसमेंट के बाद 17 मार्च से पहले सारा भुगतान कर देगी। टेलिकॉम कंपनियों का कहना है कि डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशन (DoT) ने एजीआर को लेकर जो आंकड़ा दिया है वह बहुत ज्यादा है। इसमें लाइसेंस फीस, स्पेक्ट्रम चार्जेज, इंट्रेस्ट और पेनाल्टी गलत तरीके से कैलकुलेट किए गए हैं। ऐसे में ये कंपनियां टेलिकॉम ट्रिब्यूनल जाने का मन बना चुकी हैं।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।