आईबीएम और नास्कॉम फाउंडेशन ने मंगलवार को नव रोजगार कौशल कार्यक्रम का पहला वर्ष पूरा होने की घोषणा की। इसके तहत 2,500 से अधिक विद्यार्थियों ने आईबीएम द्वारा प्रमाणित डाटा साइंस और क्लाउड कम्प्यूटिंग जैसी उभरती प्रौद्योगिकी से संबंधित पाठ्यक्रमों को पूरा किया। एक संयुक्त बयान में बताया गया है कि ये छात्र कर्नाटक, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और हरियाणा के 23 कॉलेजों से हैं। बयान में बताया गया कि आईबीएम ने कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत कॉलेज परिसर से छात्रों को डाटा साइंस और क्लाउड कम्प्यूटिंग के क्षेत्र में कुशल बनाने के लिए 204 घंटे के प्रशिक्षण के लिए चुना। इसके तहत ऑनलाइन और प्रत्यक्ष प्रशिक्षिण शामिल था। बयान के मुताबिक नास्कॉम फाउंडेशन, आईबीएम और प्रशिक्षण साझेदार इन छात्रों को नौकरी दिलाने के लिए ‘प्लेसमेंट’ कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। एचजीएस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एम्फैसिस जैसी कंपनियों में इस कार्यक्रम के 800 से अधिक विद्यार्थियों को पहले ही रोजगार मिल चुका है।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।