(जीएनएस)
जौनपुर। किशुनदासपुर गांव निवासी परमेंद्र पाल की हत्या के नौ दिन बाद भी पुलिस पर्दाफाश नहीं कर सकी है। हत्या किसने और क्यों की यह पहेली बनी हुई है। मृतक के स्वजन व ग्रामीण पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। परमेंद्र का गत 22 जनवरी को कुएं में शव पाया गया था। उसकी हत्या के बाद शव बोरे में भरकर कुएं में फेंका गया था। वह घटना के सप्ताह भर पहले से घर से लापता हो गया था। गत 25 जनवरी को मौका मुआयना करने आये पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने मृत युवक के स्वजनों से मिलकर आश्वस्त किया था कि पुलिस जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर कातिलों को गिरफ्तार कर लेगी। पुलिस की पूछताछ के दौरान मृत परमेंद्र के स्वजनों ने किसी से भी किसी तरह की रंजिश से साफ इन्कार किया है। ऐसे में यह अब भी पहेली बनी हुई है कि किसने और क्यों परमेंद्र की जान ली थी। पुलिस भी छानबीन में अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। ग्रामीण और मृत युवक के स्वजन पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। सीओ मछलीशहर विजय सिंह का कहना है कि हर पहलू की गहराई से छानबीन की जा रही है। कुछ विलंब भले ही हो रहा है लेकिन जल्द ही पर्दाफाश कर दिया जायेगा।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।